इंदौर में स्विमिंग पूल के प्रथम चरण का निर्माण कार्य मार्च तक हाेगा पूर्ण

-खेल विभाग की समीक्षा बैठक में आईडीए ने दिया प्रजेंटेशन


-बीपी श्रीवास्तव-
भोपाल। इंदौर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्विमिंग पूल के  निर्माण के प्रथम चरण का कार्य हर हाल में मार्च तक पूर्ण कराया जाए। इसके लिए खेल मंत्री जीतू पटवारी ने गुरुवार को खेल विभाग की समीक्षा बैठक में महकमे के अफसरों को ताकीद किया। बैठक में  इंदौर विकास प्रािधकारण (आईडीए) ने स्विमिंग पूल के चरणवद्ध निर्माण का प्रजेंटेशन भी दिया।
खेल मंत्री पटवारी का गृह जिला इंदौर है और वे शुरू से ही इंदौर में विभाग की कोई अकादमी स्थापित करने का मन बना चुके थे। प्रदेश में विभाग के पास खुद की कोई स्विमिंग अकादमी के लिए कोई इन्फ्रास्ट्रेक्चर नहीं है, लिहाजा इंदौर में स्विमिंग अकादमी प्रारंभ करने को निर्णय करीब छह माह पहले हो चुका है। वर्तमान में विभाग की स्विमिंग अकादमी होशंगाबाद में मप्र स्विमिंग एसोसिएशन की देख-रेख में लम्बी सांसे भर रही है। हालांकि, इसके एवज में एसोिसएशन भारी भरकम किराया वसूल रहा है। 
मैराथन बैठक में यह भी साफ हुआ कि स्विमिंग पूल के प्रथम चरण का निमार्ण कार्य अगले साल मार्च यानी पांच माह में पूर्ण होना चाहिए। तीन चरण में पूर्ण होने वाले स्विमिंग पूल के प्रथम चरण की लागत करीब 13 करोड़ रुपये निर्धारित है।
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गुरुनानक प्रांतीय ओलंपिक पर भी फोकस: 
खेल मंत्री पटवारी ने गुरुनानक प्रांतीय ओलंपिक खेलों का आयोजन व्यवस्थित रूप से होने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा, इस आयोजन में कोई कोर कसर नहीं रहनी चािहए। खिलाड़ियों के ठहरने से लेकर खाने-पीने एवं सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही खिलाड़ियों को आकर्षक इनाम (दो साल पहले हुए सीएम कप से अच्छे पुरस्कार ) दिए जाने चाहिए। खेलों में संबंधित जिले के  प्रभारी मंत्री, विधायक, कलेक्टर और एसपी को जरूर आमंत्रित  किया जाए और जरूरत पड़ने पर कलेक्टर-एस से सहयोग लेने में संकोच नहीं करना है। यह मुख्यमंत्री कमलनाथ का 'प्रेस्टीिजयस' (प्रतिष्ठित) आयोजन है। पूरा प्रशासन इसमें सहयोग करेगा। ज्ञातव्य है कि प्रांतीय ओलंपिक की जिला स्तरीय स्पर्धाएं 14 नवंबर तक हर डीएसओ को करानी हैं। इसके बाद 15 से 20 नवंबर तक संभागीय और फिर 23 से 29 नवंबर तक दो चरणों में राज्य स्तरीय खेल होना हैं।
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 डीएसओ की भी मीिटंग ली:
 खेल मंत्री पटवारी ने करीब छह घंटे आला अफसरों के साथ खेल संचालक के चेम्बर में बैठक के बाद शाम को एक घंटा डीएसओ (जिला खेल अिधकारी)  की बैठक ली। जिसमें करीब 15 बिंदुओं में से महत्वपूर्ण बिंदुओं- सीएम हेल्प लाइन (शिकायतों) की पेंडिंग खत्म करने,अिधकारियों-कर्मचारियों की सीआर पेंडिंग को बुलवाने, प्रांतीय ओलंपिक (गुरुनानक प्रांतीय ओलंपिक खेल) के आयोजन, विधायक कप खेल आयोजन की तैयारी, नए फीडर सेंटर प्रारंभ करने, मैदानों के रख-रखाव आदि के निर्देश दिए। चलते-चलते डीएसओ की हौसलाअफजाई करते हुए कहा, जिस जिले में अच्छा काम होगा, उसके डीएसओ को इनाम दिया जाएगा। उन्होंने इसके लिए संचालक एसएल थाउसन को ठीक से मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी दी।
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सात घंटे डायरेक्टरेट में रहे मंत्री: 
खेल मंत्री पटवारी गुरुवार को करीब सात घंटे स्पोर्ट्स डायरेक्टरेट में रहे। इस दौरान दोपहर 12 बजे से आला अफसरों के साथ स्पोर्ट्स डायरेक्टर के चेम्बर में एसीएस वीरा राणा, डीएस सरिता बाला, खेल संचालक एसएल थाउसन, संयुक्त संचालक डॉ. विनोद प्रधान एवं प्रभारी संयुक्त संचालक बीएस यादव के साथ शाम छह बजे तक समीक्षा बैठक की।
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एथलीट्स से भी मिले: 
खेल मंत्री पटवारी शाम को विभाग की एथलेिटक्स अकादमी के उन जूनियर एथलीट्स भी मिले, जो गुरुवार को ही राष्ट्रीय जूनियर एथलेिटक्स चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण सहित दस पदक लेकर लौटे थे। एथलेिटक मीट गुंटूर (आंध्रप्रदेश) की नागार्जुन यूनिवर्सिटी में 2 से 6 नवंबर तक अायोजित हुई ।  खेल मंत्री पटवारी ने अकादमी के चीफ कोच एसके प्रसाद, खेल संचालक एसएल थाउसन एवं एथलीट्स की हौसलाअफजाई की और  पदक विजेता एथलीट्स के साथ फोटो सेशन कराया।


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