शासकीय अतिथि शिक्षक संघ ने सांसद राव उदय प्रताप सिंह को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में बताया कि शासकीय अतिथि शिक्षकों को मानदेय काफी कम दिया जा रहा है।मानदेय के अलावा विभागीय परीक्षा,बैकलाक के पद पर भर्ती,गुरु जी की तरह नियमितीकरण से संबंधित कई मांगों को सामने रखा गया है।सांसद को ज्ञापन के माध्यम से बताया कि शासकीय अतिथि शिक्षक लंबे समय से एक निश्चित मानदेय पर ही काम कर रहे हैं।हमें हमारी मेहनत के हिसाब से मानदेय नहीं दिया जा रहा है।ज्ञापन में भी कहा कि महीने में जिस दिन की छुट्टी होती है उसका वेतन भी काटकर दिया जाता है।महीने में चार सप्ताह होते हैं, वहीं त्योहार की छुट्टी पड़ जाए तो वेतन का मानदेय और भी कम हो जाता है।
फ्री में सेवाएं दे रहे अतिथि शिक्षक
उन्होंने ज्ञापन में बताया कि कई अतिथि शिक्षक बस से तो कई अपने साधनों से सेवाएं देने रोजाना गाँव से पहुँचते हैं। उनका आधा मानदेय तो किराए में ही चला जाता है।वहीं कोई किराए का मकान लेता है तो पूरी सेवाएं फ्री के समान हैं।
जल्द ही मांगों को किया जाएगा हल
अपनी इन्ही समस्याओं को जिले के शासकीय अतिथि शिक्षक संघ की तरफ से अतिथि शिक्षकों ने सांसद राव उदय प्रताप सिंह के सामने रखीं।सांसद ने परेशानियों को सुनकर आश्वासन दिया है।उन्होंने कहा कि जल्द ही मांगों को हल उचित मानदेय और अन्य मांगों को भी हल किया जाएगा।ज्ञापन सौंपते समय सदानंद साहू,राजेन्द्र ठाकुर,लक्ष्मण मेहरा सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे।
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