वन नेशन-वन राशन कार्ड से गरीबों को फायदा हुआ: केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर
आज भारतीय चीनी उद्योग का वार्षिक उत्पादन लगभग 1,40,000 करोड़ रुपये है। गन्ना सीजन 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में क्रमशः 6.2 एलएमटी, 38 एलएमटी और 59.60 एलएमटी चीनी का निर्यात किया गया है। गन्ना सीजन 2020-21 में 60 एलएमटी के लक्ष्य के मुकाबले लगभग 70 एलएमटी का निर्यात किया गया है। गन्ना सीजन 2021-22 में, भारत ने 110 एलएमटी से अधिक चीनी का निर्यात किया है और दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है। सरकार द्वारा किए गए उपायों के परिणामस्वरूप, 29 नवंबर, 2022 तक, चीनी सीजन 2021-22 के कुल गन्ना मूल्य बकाया 1,18,271 करोड़ रुपये में से किसानों को 1,14,981 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, इस प्रकार 97 प्रतिशत से अधिक गन्ना का बकाया चुकाया जा चुका है। पेट्रोल में एथेनॉल सम्मिश्रण योजना के संबंध में श्री तोमर ने कहा कि सरकार ने 2022 तक पेट्रोल में 10 प्रतिशत और 2025 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल के सम्मिश्रण का लक्ष्य रखा है। देश में इथेनॉल उत्पादन की मौजूदा क्षमता (31.10.2022 तक) बढ़कर 925 करोड़ लीटर हो गया है। उन्होंने बताया कि विश्व बैंक की कारोबारी सुगमता (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस - ईओडीबी) रैंकिंग में भारत ने अभूतपूर्व छलांग लगाई है। ईओडीबी रिपोर्ट 2020 में 190 देशों में, भारत 2013 में 134वें स्थान से 63वें स्थान पर पहुंच गया है, यानी 2013 से 71 रैंक की छलांग।
श्री तोमर ने कहा कि भारतीय चीनी उद्योग एक महत्वपूर्ण उद्योग है, जो कृषि आधारित है, जिसमें 5 करोड़ गन्ना किसान शामिल हैं। आज भारतीय चीनी उद्योग का वार्षिक उत्पादन लगभग 1,40,000 करोड़ रुपये है। गन्ना सीजन 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में क्रमशः 6.2 एलएमटी, 38 एलएमटी और 59.60 एलएमटी चीनी का निर्यात किया गया है। गन्ना सीजन 2020-21 में 60 एलएमटी के लक्ष्य के मुकाबले लगभग 70 एलएमटी का निर्यात किया गया है। गन्ना सीजन 2021-22 में, भारत ने 110 एलएमटी से अधिक चीनी का निर्यात किया है और दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है। सरकार द्वारा किए गए उपायों के परिणामस्वरूप, 29 नवंबर, 2022 तक, चीनी सीजन 2021-22 के कुल गन्ना मूल्य बकाया 1,18,271 करोड़ रुपये में से किसानों को 1,14,981 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, इस प्रकार 97 प्रतिशत से अधिक गन्ना का बकाया चुकाया जा चुका है। पेट्रोल में एथेनॉल सम्मिश्रण योजना के संबंध में श्री तोमर ने कहा कि सरकार ने 2022 तक पेट्रोल में 10 प्रतिशत और 2025 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल के सम्मिश्रण का लक्ष्य रखा है। देश में इथेनॉल उत्पादन की मौजूदा क्षमता (31.10.2022 तक) बढ़कर 925 करोड़ लीटर हो गया है। उन्होंने बताया कि विश्व बैंक की कारोबारी सुगमता (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस - ईओडीबी) रैंकिंग में भारत ने अभूतपूर्व छलांग लगाई है। ईओडीबी रिपोर्ट 2020 में 190 देशों में, भारत 2013 में 134वें स्थान से 63वें स्थान पर पहुंच गया है, यानी 2013 से 71 रैंक की छलांग।
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