बालासोर, ओडिशा में हुए रेल हादसे के बारे में आपको सूचित किया जा रहा है। इस हादसे में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस के छह से सात डिब्बे पटरी से उतरने के बाद दूसरी ट्रैक पर आ रही एक ट्रेन से टकरा गए। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस हादसे में अब तक 238 यात्रियों की मौत हुई है और 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह घटना कारीगरी और पुनर्वास के दौरान हुई जब कोरोमंडल एक्सप्रेस कोलकाता से चेन्नई के लिए जा रही थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे के बारे में चिंता व्यक्त की है और वे बालासोर में हादसे की जगह पहुंच सकते हैं। उन्हें अस्पताल में घायलों से मिलने की भी संभावना है। यह हादसा कोरोमंडल एक्सप्रेस को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है, जो शालीमार स्टेशन से चेन्नई के लिए निकली थी। यह दुखद बात है कि साल 2009 में भी शुक्रवार को ही कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी।PM @narendramodi chaired a meeting to take stock of the situation in the wake of the train mishap in Odisha. Aspects relating to rescue, relief and medical attention to those affected were discussed in the review meeting. pic.twitter.com/kZC1ot3ACj
— PMO India (@PMOIndia) June 3, 2023
बोगी के ऊपर चढ़ा इंजन
घटना शुक्रवार की शाम की है, जब कोलकाता से चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। इसी बीच यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस (दुरंतो) वहां आ गई और कोरोमंडल से टकराकर पलट गई। इस टक्कर के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस की मालगाड़ी से टक्कर हो गई, जिसमें ट्रेन का इंजन बोगी के ऊपर चढ़ गया।
ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना का समाचार अत्यंत दुःखद और हृदय विदारक है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 2, 2023
ईश्वर से शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की क्षमता प्रदान करने तथा घायलों की कुशलता एवं शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।
रेस्क्यू टीम की सहायता करने पहुंची सेना
मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम अभी भी फंसे हुए लोगों को निकालने में जुटी हुई है। ट्रेन के बोगियों में यात्रियों के जूते-चप्पल, खाने पीने का सामान और पानी की बोतलें बिखरे हुए हैं। बचाव अभियान में सेना भी रेस्क्यू टीम का सहयोग कर रही है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।
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